mango Pickle recipe in Hindi at home :आम का आचार
mango Pickle recipe in Hindi at home :आम का आचार
सामग्री:
•कच्चे आम: 1 किलो (धुले और कटे हुए)
•सरसों का तेल: 1 कप
•नमक: स्वादानुसार
•हल्दी पाउडर: 2 चम्मच
•सौंफ: 2 चम्मच
•मेथी दाना: 1 चम्मच
•लाल मिर्च पाउडर: 2 चम्मच
•हींग: 1 चुटकी
विधि:
१.आम तैयार करें: कटे हुए आम को धोकर अच्छे से सुखा लें ताकि उसमें नमी न रहे।
२.मसाले भूनें: मेथी दाना और सौंफ को हल्का भून लें, फिर पीसकर पाउडर बना लें।
३.मिश्रण बनाएं: आम के टुकड़ों में हल्दी, नमक, लाल मिर्च पाउडर, हींग और तैयार मसाले डालें।
४.तेल गर्म करें: सरसों का तेल गर्म करके ठंडा करें और फिर इसे आम के मसाले वाले मिश्रण में डालें।
५.अचार रखें: इस मिश्रण को साफ कांच के जार में डालें और 5-7 दिनों तक धूप में रखें, रोज़ाना हिलाते रहें।
आम का अचार: भारतीय भोजन का अभिन्न अंग
आम का अचार भारतीय रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह एक ऐसा व्यंजन है जिसे लगभग हर क्षेत्र और घर में अलग-अलग तरीकों से बनाया जाता है। कच्चे आम, मसालों, और तेल से तैयार किया गया यह अचार खाने का स्वाद बढ़ाने में मदद करता है। पराठा, चावल, और दाल के साथ आम का अचार हर भोजन को खास बनाता है।
आम का अचार बनाने की परंपरा
आम का अचार बनाना केवल एक रेसिपी नहीं, बल्कि भारतीय घरों में एक गहरी परंपरा है। गर्मियों में जब कच्चे आम बाजार में भरपूर होते हैं, तब अचार बनाने की प्रक्रिया शुरू होती है। महिलाएं आम के टुकड़े काटकर, उन्हें मसालों के साथ मिलाकर, धूप में सुखाकर इसे तैयार करती हैं।
अचार बनाने में सबसे जरूरी है सही मसालों और तेल का चुनाव। सरसों का तेल, हल्दी, मिर्च पाउडर, मेथी दाना, सौंफ, और हींग इसके प्रमुख मसाले हैं। ये न केवल अचार को स्वादिष्ट बनाते हैं, बल्कि इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने में भी मदद करते हैं।
आम का अचार न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है। इसमें मौजूद हल्दी और मेथी दाना एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होते हैं। यह पाचन क्रिया को सुधारता है और भोजन में पोषण को बढ़ाता है।
आम के अचार के विभिन्न प्रकार
भारत में आम के अचार के कई प्रकार पाए जाते हैं। उत्तर भारत में मसालेदार आम का अचार लोकप्रिय है, जबकि दक्षिण भारत में इसमें नारियल तेल और करी पत्ते का इस्तेमाल किया जाता है। गुजराती अचार में मीठा स्वाद होता है, जबकि राजस्थानी अचार अधिक तीखा और मसालेदार होता है।
अचार बनाने की सावधानियां
आम और मसाले पूरी तरह से सूखे होने चाहिए ताकि अचार में नमी न रहे। अचार को हमेशा कांच या चीनी मिट्टी के जार में रखना चाहिए। इसे धूप में रखने से इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।
भोजन में अचार का महत्व
आम का अचार केवल एक व्यंजन नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। यह न केवल भोजन का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि यह भोजन की विविधता और परंपरा को भी दर्शाता है।
आम का अचार हर उम्र के लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय है और यह हर भारतीय रसोई में अपनी खास जगह बनाए रखता है। चाहे त्योहार हो या रोज़ का खाना, अचार का स्वाद हर खाने को खास बना देता है।
आम का अचार स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।
आम का अचार न केवल भोजन का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी कई तरह से फायदेमंद है। इसमें मौजूद हल्दी, मेथी दाना और सरसों के तेल में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं। आम का अचार पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है क्योंकि इसमें मौजूद मसाले आंतों के लिए फायदेमंद होते हैं। यह भूख बढ़ाने और पेट संबंधी समस्याओं, जैसे कब्ज या गैस, को दूर करने में भी सहायक है। इसके अलावा, अचार का सीमित मात्रा में सेवन शरीर को जरूरी विटामिन और खनिज प्रदान करता है, जो संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
Concussion
आम का अचार भारतीय व्यंजनों का एक अनमोल हिस्सा है, जो स्वाद, परंपरा और संस्कृति का प्रतीक है। यह न केवल भोजन के स्वाद को बढ़ाता है, बल्कि हमारी रसोई की धरोहर का भी प्रतिनिधित्व करता है। आम का अचार अपनी सादगी और अनूठे स्वाद के कारण हर भारतीय घर में खास स्थान रखता है। इसके विभिन्न प्रकार - जैसे तीखा, मीठा या मसालेदार - यह दर्शाते हैं कि यह व्यंजन भारत के हर क्षेत्र की विविधता को समेटे हुए है। अचार में उपयोग होने वाले मसाले जैसे हल्दी, मेथी और सरसों का तेल न केवल इसे स्वादिष्ट बनाते हैं, बल्कि इसे लंबे समय तक सुरक्षित रखने में भी मदद करते हैं। आम का अचार बनाना सिर्फ एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक परंपरा है जो परिवारों को जोड़ती है। यह हमारे खाने को संतुलित करता है और इसके साथ जुड़ी यादें हमारे जीवन को खुशहाल बनाती हैं।
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